"हर किसी को विशेष बनने का हक है, आम बनना कोई चुनाव नहीं है।"
आपने कभी सोचा है कि कुछ ट्रेडमार्क क्यों अस्वीकृत हो जाते हैं? खासकर जब वे बहुत वर्णनात्मक होते हैं, जैसे 'सफेद जूता', या बहुत सामान्य, जैसे 'जूता'। चलिए, इसकी गहराई में जाते हैं।
ट्रेडमार्क का मुख्य उद्देश्य
सबसे पहले, ट्रेडमार्क का मुख्य उद्देश्य क्या है? इसका मुख्य मकसद है आपके उत्पाद या सेवा को पहचानना और उसे बाकी उत्पादों या सेवाओं से अलग करना। अगर आपका ट्रेडमार्क वही बता रहा है जो आपका उत्पाद है, तो उसमें कोई विशेषता नहीं बचती। जैसे कि अगर आप अपने नए ब्रांड का नाम 'अच्छा टेलीविजन' रखना चाहें, तो यह बहुत वर्णनात्मक होगा। इससे किसी और व्यापारी को भी 'अच्छा टेलीविजन' बेचने में दिक्कत हो सकती है, क्योंकि इसमें कोई विशिष्टता नहीं है।
सामान्यता और ट्रेडमार्क
अब बात करते हैं सामान्यता की। अगर आप 'टेलीविजन' शब्द को ट्रेडमार्क के रूप में पंजीकृत करना चाहते हैं, तो यह भी समस्या होगी। 'टेलीविजन' एक सामान्य शब्द है, जिसका अर्थ हर कोई जानता है। इसे पंजीकृत करने पर अन्य व्यापारी टेलीविजन बेचने में दिक्कत महसूस कर सकते हैं।
नियमों का महत्व
अब आप सोच रहे होंगे कि ये सब नियम क्यों हैं? इसका मुख्य कारण है कि ट्रेडमार्क व्यापारिक समुदाय के लिए सुरक्षित और न्यायिक बने रहें। अगर हर कोई सामान्य या वर्णनात्मक शब्दों को पंजीकृत करने लगे, तो बाजार में भ्रांति पैदा हो सकती है। इसलिए, जब भी हम ट्रेडमार्क पंजीकृत करवाने की सोचते हैं, हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह न तो बहुत वर्णनात्मक हो और न ही बहुत सामान्य।
अलगाव का अभाव (Lack of Distinctiveness)
एक ट्रेडमार्क में ऐसी क्षमता होनी चाहिए कि वो एक संगठन या उत्पाद को दूसरे संगठन या उत्पाद से अलग कर सके। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति अपने ग्रोसरी स्टोर के लिए 'सुपरमार्केट' शब्द को ट्रेडमार्क करना चाहता है, तो यह अस्वीकृत हो जाएगा। क्यों? क्योंकि यह ग्रोसरी व्यापार में सामान्य रूप से प्रयुक्त होने वाला शब्द है। इसमें कुछ ऐसा नहीं है जो एक संगठन या उत्पाद को दूसरे से अलग करता हो।
केवल विवरणात्मक (Merely Descriptive)
'केवल विवरणात्मक' का मतलब है कि ट्रेडमार्क सिर्फ उत्पाद या सेवाओं के विवरण को दर्शाता है, लेकिन यह किसी विशिष्ट ब्रांड को नहीं प्रकट करता। उदाहरण के रूप में, एक व्यक्ति एक नए ब्रांड के लिए 'सॉफ्ट ब्लैंकेट' नाम के ट्रेडमार्क का आवेदन करता है, और ये ट्रेडमार्क केवल किसी सामान के विवरण को दर्शाता है। इसलिए ट्रेडमार्क कार्यालय इसे केवल विवरणात्मक के कारण अस्वीकृत कर सकता है।
राज्य प्रतीक और प्रतिबंधित शब्द (Use of State Emblems or Prohibited Words)
राज्य प्रतीक, जैसे कि राष्ट्रीय ध्वज या राज्य के अन्य महत्वपूर्ण प्रतीक, का उपयोग करना ट्रेडमार्क में आमतौर पर प्रतिबंधित होता है। इसका मुख्य कारण यह है कि ऐसे प्रतीक और चिन्ह राष्ट्रीय गरिमा और सम्मान से संबंधित होते हैं और इन्हें व्यापारिक फायदे के लिए उपयोग करना उचित नहीं माना जाता। इसी प्रकार, कुछ शब्द भी हैं जिनका उपयोग ट्रेडमार्क में प्रतिबंधित होता है। ये वे शब्द होते हैं जो भ्रांतिपूर्ण हो सकते हैं, या जो उपभोक्ता को गुमराह कर सकते हैं, या जो एक विशिष्ट समुदाय या समूह के प्रति अपमानजनक हो सकते हैं।
प्रसिद्ध ट्रेडमार्क का उल्लंघन (Violation of Well-Known Trademarks)
किसी नए ट्रेडमार्क आवेदन को किसी प्रसिद्ध ट्रेडमार्क के अधिकारों का हनन नहीं करना चाहिए। उदाहरण के लिए, एक स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर अपने उत्पादों के लिए ट्रेडमार्क 'एपलट्रॉनिक्स' को पंजीकृत करने का प्रयास करता है, जबकि 'एपल' पहले से ही एक प्रसिद्ध ट्रेडमार्क है। 'एपलट्रॉनिक्स' का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के लिए ग्राहकों के बीच भ्रांति पैदा कर सकता है। ट्रेडमार्क कार्यालय इसे 'प्रसिद्ध ट्रेडमार्क के उल्लंघन' के आधार पर अस्वीकृत कर देगा।
अंत में
तो अगली बार जब आप ट्रेडमार्क पंजीकरण के बारे में सोचें, तो ध्यान रखें कि आपका ट्रेडमार्क न तो बहुत सामान्य हो और न ही बहुत वर्णनात्मक। यह आपकी पहचान का हिस्सा है, इसलिए इसमें विशिष्टता होनी चाहिए। बाजार में पहचान बनाए रखने के लिए ये नियम महत्वपूर्ण हैं और इन्हें समझना और पालन करना आवश्यक है। हर किसी को विशेष बनने का हक है, आम बनना कोई चुनाव नहीं है।
Bindu Soni
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