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EP-2: स्टार्टअप आइडिया: पहला कदम सफलता की ओर | Define Your Startup Idea | Web Series for Startup

EP-3: स्टार्टअप आइडिया को लॉन्च कैसे करें? | सफल लॉन्च के लिए जरूरी टिप्स | Web Series for Startup

EP-4: स्टार्टअप की पहचान कैसे बनाएं? आसान प्रोफ़ाइल बिल्डिंग टिप्स | Web Series for Startup

EP-5: हर स्टार्टअप को पूछे जाने वाले जरूरी सवाल | Startup Success Guide | Web Series for Startup

EP-6: अपने स्टार्टअप के लिए सही नाम कैसे चुनें? | Startup Naming Guide | Web Series for Startup

EP-7: कंपनी का नाम रिजेक्ट न होने पाए, क्या करें, क्या ना करें? | Web Series for Startup

EP-8: आपके स्टार्टअप की पहचान – Logo, Slogan, और Tagline की ताकत | Startup Branding Tips 🚀

EP-9: Trademark Secrets: ट्रेडमार्क फाइल करते समय रखें ये सावधानियां | Web Series for Startups

EP-10: कौन सा Business Structure सही है? OPC, LLP, Pvt Ltd, Partnership या Proprietorship?

EP-11: देखिये Private Limited Company बनाने की दास्तान एक अनोखे अंदाज़ में | Web Series for Startup

EP-12: कंपनी पंजीकरण के बाद तुरंत करें ये 11 ज़रूरी काम (Part-1) | Web Series for Startup

EP-13: कंपनी पंजीकरण के बाद तुरंत करें ये 11 ज़रूरी काम (Part-2) | Web Series for Startup

EP-14: स्टार्टअप पेनल्टी से बचें! कंप्लायंस कैलेंडर से करें सही प्लानिंग | Web Series for Startups

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EP-16: स्टार्टअप सर्टिफिकेशन: ISO, CE, GMP- क्यों ज़रूरी हैं? लाभ और प्रक्रिया | Startup Web Series

EP-17: स्टार्टअप इंडिया' स्कीम कैसे बदल सकती है आपके स्टार्टअप का भविष्य | Web Series for Startup

EP-18: आपके नए बिज़नेस की सफलता के लिए जरूरी Legal Agreements और Policies | Web Series for Startup

EP-19: GST: बिजनेस की नींव | रजिस्ट्रेशन, रिटर्न, और सभी नियम | GST for Startup in India

EP-20: बिज़नेस अकाउंटिंग: डेटा से सही फैसले कैसे लें? बैलेंस शीट, P&L और ऑडिट की पूरी जानकारी

EP-21: स्टार्टअप्स के लिए 5 बड़े टैक्स सीक्रेट्स जो बदल देगी आपका खेल! | Web Series for Startup

EP-22: TDS क्यों ज़रूरी है? इनकम टैक्स का सबसे बड़ा राज़ | Web Series for Startup

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EP-28: क्या आप जानते हैं टीम बनाने का तरीका? जानिए Employee Funnel की कहानी| Web Series for Startup

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कंटेंट की ताकत: आपके ब्रांड की असली पहचान

कंटेंट की ताकत: आपके ब्रांड की असली पहचान

"कंटेंट वो नींव है जिस पर खड़ा होता है ब्रांड का महल"

कंटेंट डेवलपमेंट: कस्टमर फनल का असली हीरो

भाईसाहब, आजकल का ज़माना ऐसा हो गया है कि अगर आपके पास तगड़ा कंटेंट नहीं है, तो समझिए कि आपका ब्रांड बीच मझधार में अटका है। जैसे कि खाने में नमक की अहमियत होती है, वैसे ही बिज़नेस की दुनिया में कंटेंट का रोल होता है। अब सोचिए, बिना नमक के खाना कैसा लगेगा? बिलकुल फीका, ठीक वैसे ही बिना कंटेंट के आपका बिज़नेस भी बेस्वाद हो जाता है।

अब ये भी जान लीजिए कि कंटेंट सिर्फ आपके बिज़नेस को चमकाने के लिए नहीं होता, बल्कि ये आपके कस्टमर को खींचने का भी सबसे बड़ा हथियार है। आप अच्छा कंटेंट तैयार कर रहे हो, तो मान लो कि आपने अपने बिज़नेस की नींव को और मजबूत कर लिया है। सही कंटेंट ना सिर्फ लोगों को आकर्षित करता है, बल्कि उन्हें आपके प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़ में दिलचस्पी लेने के लिए भी मजबूर कर देता है।

 

लेकिन कंटेंट एक बार बनाकर भूल जाओगे, तो?

अब सवाल ये है कि एक बार कंटेंट बना लिया और फिर छोड़ दिया, तो काम चलेगा क्या? बिलकुल नहीं! क्यूंकि आज के ज़माने में हर रोज़ कुछ ना कुछ नया हो रहा है। ट्रेंड्स बदलते हैं, लोगों की पसंद बदलती है, और अगर आपने अपने कंटेंट को टाइम टू टाइम अपडेट नहीं किया, तो फिर आपका कंटेंट बासी हो जाएगा।

और भाई, बासी कंटेंट किसी को पसंद नहीं आता। इसलिए आपको अपने कंटेंट में हमेशा नयापन लाना पड़ेगा। इसे रिलेवेंट रखना ही सबसे बड़ा चैलेंज है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि लोग बार-बार आपके पास आएं, तो आपको अपनी कंटेंट स्ट्रेटेजी को बार-बार रीविज़िट करना पड़ेगा।

 

तो कंटेंट स्ट्रेटेजी कैसे बनाएं?

सबसे पहली बात, आपके मार्केटिंग प्लान का एक अहम हिस्सा एक स्ट्रॉन्ग कंटेंट डेवलपमेंट स्ट्रेटेजी होनी चाहिए। ये काम कोई ऐसे ही करने वाला नहीं है। इसके लिए एक तगड़ी टीम चाहिए, जो ना सिर्फ कस्टमर फनल बनाते वक्त कंटेंट तैयार करे, बल्कि उसे रेगुलर बेसिस पर भी अपडेट करती रहे।

अब ये बात भी ध्यान में रखनी है कि कंटेंट में वही दम होना चाहिए, जो आपके कस्टमर को सही जगह पर हिट करे। और हाँ, अपने कंटेंट में तगड़ी टैगलाइन और स्लोगन का होना भी बहुत जरूरी है। आखिरकार, इन छोटी-छोटी बातों से ही लोग आपके ब्रांड को याद रखते हैं। चलिए अब बात करते हैं कि किस तरह का कंटेंट आपके कस्टमर फनल को मजबूत बनाने में काम आ सकता है।

 

1. Video & Reels: Short and Sweet

अब बताइए, आज के टाइम में वीडियो और रील्स के बिना किसी का ध्यान खींचा जा सकता है क्या? ये दोनों ऐसे टूल हैं जो आपके प्रोडक्ट या सर्विस की कहानी मजेदार और शॉर्ट में बता सकते हैं। आजकल हर कोई तेजी से जानकारी पाना चाहता है, और वीडियो-रील्स इस काम में बेस्ट होते हैं।

आप अपने प्रोडक्ट का डेमो दे सकते हो, कस्टमर रिव्यू दिखा सकते हो, या फिर कुछ एजुकेशनल कंटेंट पेश कर सकते हो। वीडियो का फायदा ये है कि लोग ना सिर्फ आपको सुनेंगे, बल्कि देखेंगे भी, और इससे आपके ब्रांड के साथ एक इमोशनल कनेक्शन बनने लगता है।

 

2. WhatsApp Messages & Email Newsletters: Personal Touch

अब व्हाट्सएप और ईमेल का तो कोई तोड़ ही नहीं है। जब आप किसी कस्टमर को सीधा मैसेज करते हो, तो उसे एक पर्सनल टच मिलता है। WhatsApp के जरिए आप अपने कस्टमर को पर्सनलाइज्ड ऑफर और अपडेट्स भेज सकते हैं, जिससे वो स्पेशल फील करते हैं।

वहीं, ईमेल न्यूज़लेटर्स आपके ब्रांड की कहानी और नए प्रोडक्ट्स की जानकारी देने का एक शानदार तरीका है। ये न सिर्फ आपके कस्टमर को आपके साथ जोड़े रखता है, बल्कि उन्हें अपडेटेड भी रखता है।

 

3. PDF Booklets & Infographics: Deep Dive

अब मान लीजिए कि आपका कस्टमर थोड़ी डिटेल में जानकारी चाहता है, तो उसके लिए PDF बुकलेट्स एक शानदार तरीका हो सकता है। इसमें आप अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की गहराई से जानकारी दे सकते हैं। ये उनके लिए काफी हेल्पफुल साबित होता है, खासकर जब वो आपके प्रोडक्ट को खरीदने का मन बना रहे होते हैं।

और इन्फोग्राफिक्स की तो बात ही अलग है। आप जटिल डेटा या जानकारी को आसान और आकर्षक तरीके से पेश कर सकते हो। ये आपके कस्टमर का ध्यान खींचता है और उन्हें जानकारीपूर्ण कंटेंट भी देता है।

 

4. Checklists, Templates & Polls: Engage and Learn

अब बात करते हैं चेकलिस्ट, टेम्प्लेट्स और पोल्स की। ये भी आपके कस्टमर फनल का एक अहम हिस्सा हो सकते हैं। चेकलिस्ट और टेम्प्लेट्स कस्टमर के काम को आसान बनाते हैं, जिससे वो आपके ब्रांड के प्रति आभारी रहते हैं।

वहीं, पोल्स से आप सीधे अपने कस्टमर की राय और पसंद जान सकते हो। इससे ना सिर्फ आपका ब्रांड उनके साथ जुड़ा रहता है, बल्कि उन्हें भी एक आवाज़ मिलती है। इससे आपको भी समझ आता है कि आपके कस्टमर को क्या पसंद है और आप उनके लिए क्या बेहतर कर सकते हैं।

 

कंटेंट तो महाराजा है!

तो भाईसाहब, अब आप समझ ही गए होंगे कि कंटेंट सिर्फ कुछ शब्दों या तस्वीरों का जुगाड़ नहीं है। ये आपके ब्रांड की आत्मा है, आपकी मार्केटिंग का सबसे तगड़ा हथियार है। सही कंटेंट से आप न सिर्फ अपने कस्टमर को खींच सकते हैं, बल्कि उन्हें अपनी दुनिया में बांधे रख सकते हैं।

अच्छा कंटेंट वो है जो समय के साथ अपडेट होता रहे, ग्राहकों की पसंद को समझे और उन्हें कुछ नया और ताज़ा दे। तो कंटेंट बनाइए, उसे स्ट्रॉन्ग बनाइए और अपने ब्रांड को हर दिन एक नए मुकाम पर पहुंचाइए। आखिरकार, "कंटेंट वो नींव है, जिस पर खड़ा होता है ब्रांड का महल"!

30 Dec

Bindu Soni
Bindu Soni

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