जब बात आती है ग्राहक फनल के 'परचेज स्टेज' की, यानी वह पड़ाव जहां ग्राहक आखिरकार खरीदारी करने का फैसला करता है, तब आपको समझना पड़ेगा कि यही वो मोमेंट है जब या तो सेल होगी या फिर ग्राहक आपकी वेबसाइट से ऐसे निकल जाएगा जैसे उसने कुछ देखा ही नहीं! चाहे वो ऑनलाइन शॉपिंग हो या आपके आस-पड़ोस के ऑफलाइन स्टोर, यह स्टेज संभालना बहुत जरूरी होता है। इस स्टेज पर आपको न सिर्फ ग्राहक का ध्यान खींचना है, बल्कि उसे यह फील कराना है कि हां, जो वो खरीदने जा रहा है, वो उसके लिए परफेक्ट चॉइस है। चलिए, इसे थोड़ा डीटेल में समझते हैं।
1. ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, कंफर्ट है जरूरी
ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, खरीदारी का एक्सपीरियंस smooth होना चाहिए। अगर ऑनलाइन शॉपिंग की बात करें, तो आपकी वेबसाइट या ऐप का इंटरफेस यूज़र-फ्रेंडली होना चाहिए। मतलब, सब कुछ इतना आसान हो कि ग्राहक बिना किसी झंझट के चीज़ें खरीद सके। कहीं भी कोई confusion या दिक्कत नहीं होनी चाहिए। जितनी जल्दी और आसानी से वह प्रोडक्ट चेकआउट कर सकता है, उतनी जल्दी सेल आपके नाम होगी। वहीं ऑफलाइन स्टोर में भी कस्टमर को एक ऐसा फील देना चाहिए, जैसे वो किसी खास जर्नी का हिस्सा है, जिसमें उसकी हर जरूरत का ध्यान रखा जा रहा है। उसे लगना चाहिए कि स्टोर का हर स्टाफ उसे सही सलाह दे रहा है और उसकी मदद के लिए खड़ा है।
2. डिस्काउंट और ऑफर्स हैं किंग!
अच्छी डील्स कौन नहीं चाहता? चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, अच्छे ऑफर्स और डिस्काउंट्स से ग्राहक को वो फील होता है कि वो कुछ खास और एक्सक्लूसिव डील पा रहा है। और भाई, ये चीज़ें काम भी करती हैं! मान लीजिए, आपको अपनी पसंद का फोन मिल रहा है, लेकिन उस पर अगर ऑफर भी हो, तो आप बिना सोचे-समझे खरीद लेंगे। ऐसे में ग्राहक को यह भी लगेगा कि उसने एक स्मार्ट डिसीजन लिया है। इसी फील के साथ ग्राहक न सिर्फ आपके पास बार-बार लौटेगा, बल्कि दूसरों को भी आपके स्टोर या वेबसाइट के बारे में बताएगा।
3. भरोसा है सबसे बड़ा फंडा
खरीदारी के दौरान ग्राहक के मन में एक ही चीज़ सबसे जरूरी होती है – भरोसा। चाहे ऑनलाइन पेमेंट हो या कैश पेमेंट, ग्राहक को फील होना चाहिए कि उसका पैसा सेफ है। ऑनलाइन शॉपिंग में तो ये बात और भी अहम हो जाती है, क्योंकि किसी को भी ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त धोखा नहीं खाना है। इसलिए, सिक्योर पेमेंट गेटवे का होना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही अगर रिफंड पॉलिसी ट्रांसपेरेंट और क्लियर है, तो समझो आपने ग्राहक का आधा भरोसा जीत लिया। जब ग्राहक को ये मालूम होता है कि अगर कोई दिक्कत आई तो उसे रिफंड मिल जाएगा, वो ज्यादा निश्चिंत होकर खरीदारी करता है।
अब आइए कुछ खास बातों पर थोड़ा डिटेल में चर्चा करें, जिनसे आपकी सेल को तगड़ा बूस्ट मिल सकता है:
1. पेमेंट गेटवे: भरोसे का सिस्टम
ऑनलाइन शॉपिंग करते वक्त ग्राहक सबसे पहले इस बात पर ध्यान देता है कि पेमेंट प्रोसेस कितना सुरक्षित है। इसलिए, एक भरोसेमंद पेमेंट गेटवे बहुत जरूरी है। क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, और ई-वॉलेट्स जैसे कई ऑप्शन्स के साथ अगर आपका पेमेंट गेटवे smoothly काम कर रहा है, तो ग्राहक के मन में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आती। उसे ये फील होता है कि उसका पैसा सुरक्षित हाथों में है। इस फीलिंग के साथ वह बार-बार आपके पास वापस आएगा, क्योंकि एक बार जिस पर भरोसा बन जाता है, वहीं से लोग बार-बार खरीदते हैं।
2. क्लियर रिफंड पॉलिसी: ग्राहक को कंफर्ट देना
हर ग्राहक के मन में यह सवाल तो जरूर होता है कि 'अगर प्रोडक्ट पसंद नहीं आया, तो क्या होगा?' इस सवाल का सबसे सीधा जवाब है – एक क्लियर रिफंड पॉलिसी! अगर आपकी रिफंड पॉलिसी आसान और ट्रांसपेरेंट है, तो ग्राहक ज्यादा खुले दिल से खरीदारी करता है। उसे ये लगता है कि अगर कुछ गलत हुआ, तो वह अपनी पेमेंट वापस पा सकता है। और जब यह भरोसा एक बार बन जाता है, तो ग्राहक दोबारा-तीसरी बार आपके पास आता है। ये वही ग्राहक हैं जो आपके बिजनेस को ग्रो करने में सबसे ज्यादा मदद करते हैं।
3. कैश डिस्काउंट: सस्ता और तगड़ा ऑफर
नकद छूट यानी कैश डिस्काउंट एक ऐसा ऑफर है, जो ग्राहकों को तुरंत अपनी तरफ खींचता है। ग्राहक को जब ये पता चलता है कि अगर वो नकद भुगतान करता है, तो उसे एक्स्ट्रा डिस्काउंट मिलेगा, तो समझिए आपकी सेल कंफर्म है। ये न सिर्फ ग्राहक को एक बेहतरीन डील का एहसास कराता है, बल्कि उसे और लोगों को भी बताने पर मजबूर करता है कि उसने कितना अच्छा सौदा किया। ऐसे में यह न सिर्फ आपकी इंस्टेंट सेल्स को बूस्ट करता है, बल्कि नए ग्राहकों को भी आपके पास खींच लाता है।
4. इंस्टॉलमेंट्स: बड़े खर्चे भी आसान
कभी-कभी ग्राहक किसी महंगे प्रोडक्ट को देखता है, पर उसके बजट में वो नहीं आता। लेकिन अगर आप उसे किस्तों में भुगतान का ऑप्शन दे देते हैं, तो वह बिना एकमुश्त पैसे खर्च किए भी बड़ी खरीदारी कर सकता है। इससे ग्राहक को एक तरह की आजादी मिलती है, और वो महंगी चीजों को भी बिना किसी हिचकिचाहट के खरीद सकता है। किस्तों में भुगतान का ऑप्शन न केवल ग्राहकों को आर्थिक रूप से हल्का महसूस कराता है, बल्कि यह सेल्स को भी बूस्ट करता है। आखिरकार, छोटे-छोटे किस्तों में भुगतान हर किसी को भाता है।
ग्राहक के साथ रिलेशन बनाना है जरूरी
खरीदारी सिर्फ एक लेन-देन का मामला नहीं है। यह उस ग्राहक के साथ एक रिश्ता बनाने का मौका है। जब ग्राहक को यह फील होता है कि आप उसके साथ एक लॉन्ग-टर्म रिलेशन बना रहे हैं, तो वह आपके पास बार-बार आता है। और यही चीज़ आपके बिजनेस को लॉन्ग-टर्म सक्सेस की ओर ले जाती है। ग्राहक का भरोसा जीतकर आप न सिर्फ उसे अपना loyal customer बनाते हैं, बल्कि उसकी मदद से नए ग्राहकों को भी आकर्षित करते हैं।
निष्कर्ष
खरीदारी के इस मोमेंट पर फोकस करना बहुत जरूरी है, क्योंकि यही वो स्टेज है जहां आपके बिजनेस की दिशा तय होती है। सही डिस्काउंट्स, भरोसेमंद पेमेंट गेटवे, आसान रिफंड पॉलिसी, और इंस्टॉलमेंट्स के ऑप्शन्स से आप न सिर्फ ग्राहक का ध्यान खींच सकते हैं, बल्कि उसे बार-बार वापस लाने के लिए प्रेरित भी कर सकते हैं। आखिर में, आपका मकसद सिर्फ प्रोडक्ट बेचना नहीं, बल्कि ग्राहक के साथ एक लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप बनाना होना चाहिए। तभी आपका बिजनेस सही मायनों में ग्रो करेगा।
बस यही सोचिए कि जब ग्राहक आपसे खरीदारी कर रहा हो, तो उसके मन में एक ही सवाल हो – 'क्या यह मेरे लिए सही है?' और जब उसका जवाब हां में हो, तो समझिए, आपकी सेल पक्की!
Bindu Soni
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