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छोटे कदम बड़े सफर की शुरुआत: उद्यम पंजीकरण का महत्व

छोटे कदम बड़े सफर की शुरुआत: उद्यम पंजीकरण का महत्व

उद्यम पंजीकरण क्यों ज़रूरी है?

अरे भैया, आजकल हर कोई अपना business स्टार्ट करना चाहता है, लेकिन क्या आपको पता है कि business स्टार्ट करने के बाद उद्यम पंजीकरण करना कितना ज़रूरी है? पहले ज़रा समझते हैं कि MSME यानी Micro, Small और Medium Enterprises हमारे देश के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। ये न सिर्फ रोजगार देते हैं बल्कि लोकल लेवल पर economic development में भी बड़ा योगदान देते हैं।

उद्यम पंजीकरण से companies को सरकार की कई schemes का benefit मिलता है। जैसे कि कम ब्याज दरों पर loan, subsidies, tax में छूट, और भी बहुत कुछ। ये registration companies को एक statutory recognition भी देता है, जिससे वो सरकारी tenders में भाग ले सकते हैं और अपने business को नए opportunities तक पहुंचा सकते हैं।

 

Udyog Aadhar से Udyam Registration तक का सफर

पहले SSI या MSME पंजीकरण के लिए बहुत जटिल कागजी कार्यवाही होती थी। फिर आया Udyog Aadhar registration, जिसने इस process को आसान बना दिया। लेकिन अब, Udyog Aadhar पंजीकृत industries और entrepreneurs को Udyam registration में migrate करना अनिवार्य हो गया है ताकि वे सरकार द्वारा MSME को प्रदान किए जाने वाले benefits का लाभ उठा सकें। इसके लिए आपको Udyam registration portal पर पुनः पंजीकरण करना होगा।

 

उद्यम पंजीकरण की प्रक्रिया

Udyam registration एकदम paperless है और self-declaration पर आधारित है। इसका मतलब है कि यह बहुत ही आसान और स्वयं से हो सकने वाला registration है। किसी भी documents या proof की आवश्यकता नहीं है, सिर्फ PAN और Aadhaar नंबर ही काफी है। Business के investment और turnover की जानकारी income tax और GST के सरकारी डेटाबेस से automatic ले ली जाएगी। यह system income tax और GST systems के साथ पूरी तरह से integrated है। एक business एक से ज्यादा Udyam registration नहीं करवा सकता, लेकिन एक ही registration में कई activities जोड़ी जा सकती हैं।

 

उद्यम पंजीकरण के अन्य फायदे

Udyam registration certificate होने से banks से loan सस्ते दर पर मिलते हैं, interest rate कम होती है। Minimum Alternate Tax (MAT) का credit 15 साल तक ले जा सकते हैं। सरकारी tenders प्राप्त करना आसान हो जाता है। इसके registration के जरिए सरकार की अलग-अलग schemes का benefit उठा सकते हैं, इनमें Credit Linked Capital Subsidy, Credit Guarantee, Public Procurement Policy आदि शामिल हैं।

इसके अलावा, barcode registration subsidy, direct tax में छूट, ISO certification fee reimbursement, बिजली bill में रियायत, और international trade fairs में special consideration भी मिलता है।

 

MSME श्रेणियों का महत्व

उद्यमों को सूक्ष्म, लघु, और मध्यम श्रेणी में बांटा जाता है उनके investment और turnover के आधार पर।

  • Micro Enterprises: जिनमें एक करोड़ रुपये तक का investment और पांच करोड़ तक का turnover होता है।

  • Small Enterprises: जिनमें दस करोड़ तक का investment और पचास करोड़ तक का turnover होता है।

  • Medium Enterprises: जिनमें पचास करोड़ तक का investment और दो सौ पचास करोड़ तक का turnover होता है।

 

अंतिम शब्द

तो भैया, अगर आप अपना business स्टार्ट कर रहे हैं या पहले से ही कर चुके हैं, तो Udyam registration ज़रूर करवाएं। ये न केवल आपकी company को financial assistance और benefits प्रदान करता है, बल्कि आपको एक statutory identity भी देता है। इससे आप नए business opportunities तक पहुंच सकते हैं और अपने business को और भी आगे बढ़ा सकते हैं। याद रखें, छोटे कदम भी बड़े सफर की शुरुआत होते हैं, और Udyam registration इसी दिशा में पहला कदम है।

 

12 Aug

Bindu Soni
Bindu Soni

To start a new business is easy, but to make it successful is difficult . So For success, choose the best." Be compliant and proactive from the beginning and choose NEUSOURCE as your guidance partner.

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