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ट्रेडमार्क फाइलिंग के फंडे: अपने ब्रांड को IPR से करवाओ सेफ

ट्रेडमार्क फाइलिंग के फंडे: अपने ब्रांड को IPR से करवाओ सेफ

"अगर तुम अच्छा काम कर रहे हो, तो उसे सुरक्षित करना भी जरूरी है।"

 

क्या है ट्रेडमार्क?

ट्रेडमार्क पंजीकरण वो तरीका है जिससे आप अपने ब्रांड को अनधिकृत उपयोग और उल्लंघन से बचा सकते हैं। अगर आपके पास एक यूनिक नाम, लोगो या स्लोगन है जो आपके बिज़नेस को रिप्रेज़ेंट करता है, तो इसे ट्रेडमार्क करवा के सेफ कर सकते हैं। अच्छी बात ये है कि भारत सरकार ने ट्रेडमार्क पंजीकरण की प्रक्रिया को काफी आसान बना दिया है।

 

कैसे करें ट्रेडमार्क पंजीकरण?

 

जरूरी दस्तावेज़:

  • लोगो: काले और सफेद रंग में (ये ऑप्शनल है, अगर लोगो नहीं है तो शब्द के लिए भी आवेदन कर सकते हैं)।
  • फॉर्म-48: इसे साइन करके ट्रेडमार्क वकील को अधिकृत करना होगा कि वो आपके लिए आवेदन कर सके।
  • पहचान प्रमाणपत्र: कोई भी सरकारी आईडी जैसे आधार, पासपोर्ट आदि।
  • पता प्रमाणपत्र: आपकी रेसिडेंशियल एड्रेस प्रूफ।
  • उद्योग आधार पंजीकरण: ये छोटे उद्यमियों के लिए है।
  • कंपनी के मामले में: MOA (मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन) और AOA (आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन)।
  • साझेदारी फर्म या LLP के मामले में: साझेदारी दस्तावेज़।

 

ट्रेडमार्क श्रेणियाँ:

  • ट्रेडमार्क को 45 विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है, जिसे NICE श्रेणी के रूप में जाना जाता है। इसमें 34 श्रेणियाँ माल के अंतर्गत और 11 श्रेणियाँ सेवाओं के अंतर्गत आती हैं। ट्रेडमार्क आवेदन करते समय सही श्रेणी का चुनाव करना बेहद महत्वपूर्ण है। अगर गलत श्रेणी चुनते हैं, तो पंजीकरण प्रक्रिया में परेशानी आ सकती है।

 

ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?:

  • 'ट्रेडमार्क रूल्स, 2017' के तहत आपको फॉर्म TM-A भरना होता है। इस फॉर्म को आप फिजिकल रूप में ट्रेडमार्क रजिस्ट्री ऑफिस में या ऑनलाइन IP इंडिया की वेबसाइट पर फाइल कर सकते हैं। कंपनी के मामले में, इसे कंपनी का अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता या निदेशक साइन करता है।

 

ट्रेडमार्क आवेदन के बाद की प्रक्रिया

जब आप अपना ट्रेडमार्क आवेदन फाइल कर देते हैं, तो ये प्रक्रिया शुरू होती है:

  1. जांच: TM रजिस्ट्रार द्वारा गहन जांच की जाएगी। इसके बाद वे आपको एक परीक्षण रिपोर्ट भेजेंगे, जिसमें बताया जाएगा कि आपके आवेदन को किस कारण से अस्वीकार किया जा सकता है।

  2. जवाब: परीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद आपके पास 30 दिन का समय होता है जवाब देने के लिए। इसमें आपको रजिस्ट्रार द्वारा उठाई गई आपत्तियों के खिलाफ अपने बचाव और सबूत प्रस्तुत करने होंगे। अगर आप 30 दिन के भीतर जवाब नहीं देते हैं, तो आपका आवेदन अस्वीकार कर दिया जाएगा।

 

शुल्क और समय सीमा

  • छोटे उद्यम, स्टार्टअप, प्रोप्राइटरशिप और व्यक्तियों के लिए: Rs. 4500/-।

  • अन्य सभी के लिए: Rs. 9000/-।

  • समय सीमा: आमतौर पर ट्रेडमार्क पंजीकरण प्रक्रिया कुछ महीनों में पूरी हो जाती है।

 

छोटे उद्यम के लिए विशेष सुविधा

अगर आप छोटे उद्यम के रूप में वर्गीकृत होना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको उद्योग आधार पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रदान करना होगा। ये छोटे उद्यमियों के लिए काफी फायदेमंद है क्योंकि इससे उन्हें सरकारी शुल्क में छूट मिलती है और प्रक्रिया भी आसान हो जाती है।

 

निष्कर्ष

ट्रेडमार्क पंजीकरण आपके ब्रांड को सुरक्षा प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। चाहे आप एक छोटे उद्यमी हों या एक बड़ी कंपनी, अपने ब्रांड की पहचान को सुरक्षित रखना जरूरी है। इसके लिए जरूरी है कि आप सही दस्तावेज़ों के साथ सही श्रेणी का चुनाव करें और प्रक्रिया को समय पर पूरा करें।

याद रखें, "अगर तुम अच्छा काम कर रहे हो, तो उसे सुरक्षित करना भी जरूरी है।" ट्रेडमार्क पंजीकरण के माध्यम से आप अपने ब्रांड को अनधिकृत उपयोग और उल्लंघन से बचा सकते हैं और अपने बिज़नेस को एक मजबूत पहचान दे सकते हैं।

30 May

Bindu Soni
Bindu Soni

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