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कंटेंट का खेल: बिज़नेस पार्टनर्स को जोड़ने का फॉर्मूला

कंटेंट का खेल: बिज़नेस पार्टनर्स को जोड़ने का फॉर्मूला

अब बात करो बिज़नेस की, तो सिर्फ प्रोडक्ट बेचने से काम नहीं चलता। भाईसाहब, ये कंटेंट का खेल है! और जब पार्टनरशिप्स की बात आती है, तो अलग-अलग पार्टनर्स के लिए कस्टमाइज्ड कंटेंट देना होता है। वही पुराना कंटेंट हर किसी के लिए फिट नहीं बैठता। मतलब, हर टाइप के पार्टनर के लिए अलग-अलग मसाला चाहिए। चलिए समझाते हैं कि कैसे कंटेंट, आपके बिज़नेस पार्टनर्स को जोड़ने में अहम रोल निभाता है।

 

पार्टनरशिप्स के लिए क्यों चाहिए अलग-अलग टाइप का कंटेंट?

भाई, जैसे हम ग्राहकों के लिए एक से एक शानदार कंटेंट तैयार करते हैं ताकि वो हमारे प्रोडक्ट्स पर फिदा हो जाएं, वैसे ही बिज़नेस पार्टनर्स के लिए भी हर एक के लिए अलग-अलग टाइप का कंटेंट चाहिए। क्योंकि भाई, ट्रांसपेरेंसी ही वो हथियार है जिससे रिश्ते मजबूत होते हैं। जब आपके बिज़नेस पार्टनर्स को आपके बारे में पूरी जानकारी मिलेगी, तो वो आंख बंद करके आप पर भरोसा करेंगे और आपके साथ लंबे समय तक जुड़े रहेंगे।

 

अब सवाल उठता है कि किस टाइप के पार्टनर्स के लिए कौन सा कंटेंट बनाना चाहिए? आओ, विस्तार से समझते हैं।

सप्लायर्स से लेकर होलसेलर्स तक - हर किसी के लिए खास कंटेंट

  1. सप्लायर्स: सप्लायर्स को आपके प्रोडक्ट्स की क्वालिटी, समय पर डिलीवरी और आपकी प्रोडक्शन क्षमता के बारे में जानना जरूरी है। इस बारे में सही जानकारी देना आपके और उनके रिश्ते को और मजबूत करेगा।

  2. फ्रैंचाइज़ीज: इनके लिए जरूरी है कि आप अपने फ्रैंचाइज़ मॉडल, सपोर्ट सिस्टम और ब्रांड की पहचान पर जोर डालें। फ्रैंचाइज़ी को समझाना पड़ेगा कि वो आपके साथ जुड़कर कितना ग्रो कर सकते हैं।

  3. एफिलिएट्स: इनका ध्यान कमीशन रेट्स, ट्रैकिंग सिस्टम और प्रमोशनल मटेरियल पर रहता है। अगर ये चीजें क्लीयर रहेंगी, तो एफिलिएट्स आपके प्रोडक्ट्स को दिल से प्रमोट करेंगे।

  4. रीसेलर्स: इन्हें आपके प्रोडक्ट्स की रेंज, मार्जिन पोटेंशियल और बिक्री में मदद कैसे मिलेगी, इस पर फोकस करना जरूरी है। तभी तो वो आपके प्रोडक्ट्स को धड़ल्ले से बेच पाएंगे।

  5. एजेंट्स: इनके लिए कंटेंट में कमीशन स्ट्रक्चर, ट्रेनिंग सपोर्ट और नेटवर्किंग के ऑप्शन पर फोकस करना चाहिए। इससे एजेंट्स को आपका प्रोडक्ट बेचने में आसानी होगी।

  6. चैनल पार्टनर्स: चैनल पार्टनर्स को आपके प्रोडक्ट्स, पार्टनर प्रोग्राम्स और मार्केटिंग सपोर्ट के बारे में जानना चाहिए। इससे वो आपके प्रोडक्ट्स को अपने नेटवर्क में बेहतर तरीके से प्रमोट कर सकेंगे।

  7. रिटेलर्स: इनका ध्यान प्रोडक्ट्स की खासियत, रिटेल मार्जिन और प्रोमोशनल सामग्री पर होना चाहिए। ताकि वो आपके प्रोडक्ट्स को अपने स्टोर्स में शानदार तरीके से दिखा सकें।

  8. होलसेलर्स: बल्क ऑर्डरिंग, डिस्काउंट स्कीम्स और लॉजिस्टिक सपोर्ट पर फोकस रखना जरूरी है। यही वो चीजें हैं जो होलसेलर्स को आपके प्रोडक्ट्स को बड़े पैमाने पर खरीदने और बेचने के लिए प्रेरित करेंगी।

 

अलग-अलग फॉर्मेट्स में कंटेंट का जादू

अब सवाल ये उठता है कि इन सभी के लिए कंटेंट कैसे बनाया जाए? चलिए, इसका भी जवाब है हमारे पास:

1. Blog & Social Media Posts

ब्लॉग्स बहुत अच्छा तरीका है फ्रैंचाइज़ीज और रीसेलर्स को डीटेल में समझाने का। फ्रैंचाइज़ीज के लिए आप अपने मॉडल की सक्सेस स्टोरीज, सपोर्ट सिस्टम और ब्रांड वैल्यू के बारे में लिख सकते हैं। दूसरी तरफ, सोशल मीडिया का इस्तेमाल एजेंट्स और रिटेलर्स तक जल्दी पहुंचने के लिए किया जा सकता है। छोटे-छोटे पोस्ट्स के जरिए उन्हें नए ऑफर्स और प्रोमोशनल स्ट्रैटजीज के बारे में बताया जा सकता है।

2. Emails, Newsletters & PDF Booklets

आजकल ईमेल न्यूज़लेटर्स और ई-बुक्स बहुत इफेक्टिव टूल्स हैं। इसके जरिए आप बिज़नेस पार्टनर्स को नए प्रोडक्ट्स, सर्विसेज और मार्केट ट्रेंड्स के बारे में अपडेट दे सकते हैं। ई-बुक्स में आप गहन जानकारी, मार्केट रिसर्च और केसे स्टडीज शामिल कर सकते हैं, जो पार्टनर्स के बिज़नेस डिसिशन में मदद करती हैं।

3. Infographics, Checklists, Templates & Polls

इन्फोग्राफिक्स से आप जटिल जानकारी को सरल और आकर्षक तरीके से पेश कर सकते हैं। यह खासकर चैनल पार्टनर्स और होलसेलर्स के लिए उपयोगी होता है। चेकलिस्ट्स और टेम्प्लेट्स से आप फ्रैंचाइज़ीज और रीसेलर्स को उनकी डेली एक्टिविटीज में मदद कर सकते हैं। पोल्स का इस्तेमाल पार्टनर्स से फीडबैक लेने के लिए किया जा सकता है, जिससे उनकी प्रेफरेंस को समझा जा सके।

4. Videos & Reels

भाई, आजकल के डिजिटल दौर में वीडियो कंटेंट और रील्स का जलवा है। चाहे फ्रैंचाइज़ीज के लिए ब्रांड की सक्सेस स्टोरी हो या रिटेलर्स के लिए प्रोडक्ट की डेमो, वीडियो कंटेंट सीधा दिल पर वार करता है। रिटेलर्स के लिए रील्स के जरिए प्रोडक्ट की खासियतों को दिखाया जा सकता है, जिससे वो आसानी से बेच सकें।

तो, असली खेल है कंटेंट का!

सच कहूं तो, बिज़नेस पार्टनर्स को जोड़ने और रिश्ते को मजबूत बनाने में कंटेंट ही सबसे बड़ा हथियार है। हर टाइप के पार्टनर के लिए सही कंटेंट बनाना और उसे सही फॉर्मेट में पेश करना आपके बिज़नेस को ऊंचाइयों पर ले जाने का तरीका है।

क्योंकि अकेले आप थोड़ा कर सकते हैं, लेकिन साथ में आप सब कुछ कर सकते हैं!

26 Oct

Bindu Soni
Bindu Soni

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