आजकल जब हम खाने-पीने की चीज़ों की बात करते हैं, तो सबसे पहले ज़हन में आता है, “क्या ये सुरक्षित है?” और होना भी चाहिए। जिस दुनिया में हम जी रहे हैं, वहां खाने-पीने की चीज़ों में मिलावट कोई नई बात नहीं रही। कभी पनीर में स्टार्च, कभी सब्जियों में रंग, तो कभी मसालों में नकलीपन। ऐसे में खाने की चीज़ों की सुरक्षा और गुणवत्ता को लेकर एक सॉलिड स्टैंडर्ड होना बहुत ज़रूरी है। और यहां एंट्री होती है ISO 22000:2018 की।
अब आप सोच रहे होंगे कि ये ISO 22000:2018 क्या बला है? अरे भइया, ये वो जादू की छड़ी है जो आपके खाने को खेत से लेकर आपकी प्लेट तक हर कदम पर सुरक्षित रखती है। मतलब, फसल की कटाई से लेकर पैकेजिंग और ट्रांसपोर्टेशन तक, हर स्टेप में इस बात का ध्यान रखा जाता है कि आपके खाने में किसी भी तरह की मिलावट न हो। इसमें साफ-सफाई, प्रॉसेसिंग, स्टोरेज और यहां तक कि खाना पहुंचाने के तरीकों का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। मतलब, कह सकते हैं कि ये एक “all-in-one” सॉल्यूशन है।
ISO 22000 Certification Vs. FSSAI:
अब आपके दिमाग में ये सवाल भी होगा कि जब FSSAI जैसा बड़ा नाम पहले से मौजूद है, तो फिर ISO 22000 की क्या जरूरत? तो सुनिए, दोनों के बीच में जमीन-आसमान का फर्क है। FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) हमारे देश का अपना देसी नियम-कानून है, जो खाने-पीने की चीज़ों की सेफ़्टी को लेकर सख्त नियम बनाता है। ये कानून हर उस शख्स पर लागू होता है जो खाने-पीने के बिजनेस में है। यानि, अगर आप इंडिया में कुछ भी खिला-पिला रहे हैं, तो FSSAI का लाइसेंस होना जरूरी है।
अब बात आती है ISO 22000:2018 की, तो भैया ये एक इंटरनेशनल स्टैंडर्ड है। इसका मतलब, अगर आप इंटरनेशनल मार्केट में जाना चाहते हैं, या अपने प्रोडक्ट्स को ग्लोबल लेवल पर पहचान दिलाना चाहते हैं, तो ये सर्टिफिकेशन बहुत काम आता है। ये न सिर्फ आपकी कंपनी को इंटरनेशनल लेवल की पहचान दिलाता है, बल्कि आपके प्रोडक्ट्स की सेफ़्टी को लेकर भी एक गारंटी देता है।
किसके लिए है ये ISO 22000:2018?
भइया, ये सर्टिफिकेशन खासकर उन लोगों के लिए है जो फूड इंडस्ट्री में हैं। चाहे आप किसान हों, किसी फूड प्रोसेसिंग यूनिट के मालिक हों, या फिर खाने-पीने का सामान पैक करने वाली कंपनी चलाते हों, ये सर्टिफिकेशन आपके लिए ही बना है। इसके तहत आपको अपने हर कदम पर ये साबित करना होता है कि आप जो प्रोडक्ट बना रहे हैं, वो सेफ़ है। और सिर्फ बनाना ही नहीं, उसे सही तरीके से स्टोर करना, पैक करना और ग्राहकों तक पहुंचाना भी इस सर्टिफिकेशन के दायरे में आता है।
ISO 22000 का फायदा क्या है?
इस सर्टिफिकेशन का सबसे बड़ा फायदा ये है कि ये आपको एक भरोसेमंद ब्रांड बनाता है। जब ग्राहक ये देखता है कि आपके प्रोडक्ट्स ISO 22000 सर्टिफाइड हैं, तो उसे आपके प्रोडक्ट्स पर भरोसा हो जाता है। मतलब, आप न सिर्फ अपने प्रोडक्ट्स को बेच रहे हैं, बल्कि ग्राहकों का विश्वास भी खरीद रहे हैं।
और हां, ये सर्टिफिकेशन आपको एक इंटरनेशनल लेवल पर ले जाता है। दुनिया भर में आपको एक स्टैंडर्ड फॉलो करना पड़ता है, जो आपके बिजनेस को ग्लोबल मार्केट में एक एडवांटेज देता है।
किस तरह करता है ISO 22000:2018 काम?
अब बात करते हैं कि आखिर ये ISO 22000:2018 काम कैसे करता है। भाई, इसमें सबसे पहले तो आपको एक फ़ूड सेफ़्टी मैनेजमेंट सिस्टम (FSMS) तैयार करना होता है। इस सिस्टम में आपको हर उस खतरे को पहचानना होता है जो आपके खाने-पीने की चीजों को नुकसान पहुंचा सकता है। फिर आपको उन खतरों को रोकने के लिए प्लान बनाना होता है।
इस सर्टिफिकेशन के तहत आपको अपने सभी कर्मचारियों को ट्रेनिंग देनी होती है ताकि वे हर कदम पर सेफ़्टी स्टैंडर्ड्स को फॉलो कर सकें। और हां, अगर कभी कोई आपातकालीन स्थिति आ जाए, तो उसके लिए भी आपको प्लान तैयार रखना होता है। मतलब, आपातकालीन स्थितियों में भी आपका सिस्टम डगमगाए नहीं, इसका पूरा इंतजाम होना चाहिए।
आपातकालीन स्थितियों में तैयारी:
अरे भइया, इस सर्टिफिकेशन का फायदा सिर्फ रोजमर्रा की बातों तक सीमित नहीं है। अगर भगवान न करे, कभी कोई आपातकालीन स्थिति आ जाए, जैसे किसी प्राकृतिक आपदा में फंस जाएं, तो भी ये सर्टिफिकेशन आपकी कंपनी को उबारने में मदद करता है। इसके तहत आपको ऐसे प्लान बनाने होते हैं, जिससे आपकी कंपनी इन स्थितियों से निपट सके।
अंत में:
कहने का मतलब ये है कि ISO 22000:2018 सिर्फ एक सर्टिफिकेशन नहीं, बल्कि एक तरह का वादा है। ये वादा कि जो खाना हम अपने ग्राहकों को दे रहे हैं, वो सेफ़ है, गुणवत्ता में बेस्ट है, और हर स्टैंडर्ड पर खरा उतरता है। तो अगर आप फूड इंडस्ट्री में हैं, और अपने ब्रांड को एक ग्लोबल पहचान देना चाहते हैं, तो इस सर्टिफिकेशन से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता।
आखिर में, एक बात याद रखिए, स्वादिष्ट और सुरक्षित खाना ही वो है जो आपके ब्रांड को ऊंचाइयों तक ले जा सकता है। और इस सफर में ISO 22000:2018 आपका सबसे मजबूत साथी साबित हो सकता है। तो देर किस बात की? लग जाइए इस सर्टिफिकेशन को पाने की तैयारी में और देखिए कैसे आपका ब्रांड बनता है ग्राहकों की पहली पसंद।
Bindu Soni
To start a new business is easy, but to make it successful is difficult . So For success, choose the best." Be compliant and proactive from the beginning and choose NEUSOURCE as your guidance partner.