आज के दौर में खाने-पीने की चीज़ों की क्वालिटी को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठते हैं। ये सवाल यूं ही नहीं हैं, बल्कि दुनिया भर में बढ़ते खाद्य सुरक्षा के मामलों ने इसे और गंभीर बना दिया है। अब अगर आपका कोई स्टार्टअप है जो फूड बिजनेस से जुड़ा हुआ है, तो आपको भी इन सवालों से जूझना पड़ सकता है। ऐसे में, HACCP प्रमाणन आपके काम आ सकता है। जी हां, HACCP यानी Hazard Analysis and Critical Control Points एक ऐसा मानक है जो खासतौर पर खाद्य सुरक्षा के लिए बना है।
HACCP प्रमाणन क्यों है जरूरी?
पहली बात तो ये है कि HACCP प्रमाणन एक ग्लोबल स्टैंडर्ड है। मतलब, अगर आपने ये सर्टिफिकेशन ले रखा है, तो आप अपनी फूड प्रोडक्ट्स की क्वालिटी और सेफ्टी को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हो सकते हैं। अब मान लीजिए आपका स्टार्टअप खाने-पीने की चीज़ों से जुड़ा है, तो HACCP प्रमाणन आपके लिए एक ऐसा हथियार है, जो आपके ग्राहकों को ये भरोसा दिलाता है कि आपका प्रोडक्ट सेफ है।
दूसरी बड़ी बात ये है कि ये प्रमाणन सिर्फ घरेलू बाजार ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी आपकी पहचान को मजबूत बनाता है। जब आपके पास HACCP का सर्टिफिकेट होता है, तो विदेशी ग्राहक और निवेशक आपके प्रोडक्ट पर ज्यादा भरोसा करते हैं। इससे आपके ब्रांड की इमेज और स्ट्रॉन्ग होती है और ग्लोबल मार्केट में आपकी पकड़ और पक्की हो जाती है।
HACCP Certification का फायदा कैसे मिलता है?
ये तो हमने जान लिया कि HACCP सर्टिफिकेशन क्यों जरूरी है, लेकिन ये आपके स्टार्टअप के लिए कैसे फायदेमंद है, इसे भी समझना जरूरी है। सबसे पहले तो ये कि HACCP प्रमाणन से आपकी प्रोडक्शन प्रोसेस और ज्यादा ऑर्गनाइज्ड और एफिशिएंट हो जाती है। इसमें हर स्टेज पर होने वाले रिस्क्स का पता लगाया जाता है और उन्हें कंट्रोल किया जाता है।
इसका सीधा फायदा ये होता है कि आपके प्रोडक्ट की क्वालिटी इम्प्रूव होती है और प्रोडक्शन में होने वाली गलतियां कम हो जाती हैं। ऐसे में आपका प्रोडक्ट न सिर्फ सुरक्षित होता है, बल्कि उसकी क्वालिटी भी एकदम टॉप नॉच होती है।
दूसरी बड़ी बात ये है कि भारत में फूड सेफ्टी के लिए कई कानूनी और रेगुलेटरी नॉर्म्स हैं, जिन्हें फॉलो करना जरूरी है। HACCP प्रमाणन से आप इन सभी नॉर्म्स को पूरा कर सकते हैं। ये सर्टिफिकेशन आपके स्टार्टअप को रेगुलेटरी कमप्लायंस में भी हेल्प करता है, जिससे आप कानूनी पचड़ों से बच सकते हैं।
अब जरा सोचिए, जब आपके प्रोडक्ट पर HACCP का ठप्पा लगा होगा, तो कस्टमर आपके प्रोडक्ट को खरीदने से पहले दो बार नहीं सोचेंगे। उन्हें यकीन होगा कि जो भी वो खा रहे हैं, वो पूरी तरह सेफ है और इसमें किसी भी तरह का रिस्क नहीं है। इससे कस्टमर का कॉन्फिडेंस और सैटिस्फैक्शन बढ़ता है।
कौन ले सकता है HACCP सर्टिफिकेशन?
अब अगर आप सोच रहे हैं कि ये सर्टिफिकेशन किनके लिए है, तो बता दें कि HACCP सर्टिफिकेशन उन सभी ऑर्गनाइजेशन्स के लिए है, जो फूड प्रोडक्शन, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, और डिस्ट्रीब्यूशन में लगे हुए हैं। खासतौर पर, ये सर्टिफिकेशन फूड प्रोसेसर्स, मैन्युफैक्चरर्स, कैटरर्स, और रिटेलर्स के लिए बेहद जरूरी है।
HACCP vs ISO 22000
अब सवाल उठता है कि HACCP और ISO 22000 में क्या फर्क है? दोनों ही सर्टिफिकेशन फूड सेफ्टी के लिए हैं, लेकिन इनका अप्रोच अलग होता है। HACCP खासतौर पर फूड प्रोडक्शन प्रोसेस में संभावित रिस्क्स की पहचान, मूल्यांकन और उन्हें कंट्रोल करने पर फोकस करता है। वहीं, ISO 22000 एक ब्रॉडर फूड सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम ऑफर करता है, जिसमें HACCP के सिद्धांतों के साथ-साथ, ऑर्गनाइजेशन की बाकी प्रोसेसेस और मैनेजमेंट सिस्टम्स भी शामिल होते हैं।
Validity, Renewal और Audit
HACCP प्रमाणन की वैलिडिटी आमतौर पर तीन साल की होती है। इसके रिन्युअल के लिए ऑर्गनाइजेशन्स को रेगुलर ऑडिट के जरिए HACCP स्टैंडर्ड्स के कंप्लायंस को फिर से सर्टिफाई करना होता है। इस प्रोसेस में रिस्क एनालिसिस, क्रिटिकल कंट्रोल पॉइंट्स की पहचान, मॉनिटरिंग प्रोसेसेस और करेक्टिव एक्शन्स की प्रोसेस शामिल होती है।
Accreditation body
भारत में HACCP प्रमाणन को जारी करने या सर्टिफाई करने का काम कई सर्टिफाइड बॉडीज करती हैं। ये बॉडीज इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स और गाइडलाइन्स के हिसाब से काम करती हैं। इनमें कई प्राइवेट ऑर्गनाइजेशन्स, सर्टिफिकेशन एजेंसियां और इंस्पेक्शन इंस्टिट्यूशंस शामिल हैं, जैसे कि Bureau Veritas, TÜV SÜD, Intertek, और SGS।
अंतिम बात
तो कुल मिलाकर बात ये है कि अगर आपका स्टार्टअप फूड बिजनेस से जुड़ा है, तो HACCP प्रमाणन आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। इससे न सिर्फ आपके प्रोडक्ट की क्वालिटी और सेफ्टी इम्प्रूव होती है, बल्कि कस्टमर का कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है। साथ ही, ग्लोबल मार्केट में भी आपकी पहचान मजबूत होती है। तो देर किस बात की? HACCP सर्टिफिकेशन लीजिए और अपने फूड बिजनेस को नई ऊंचाइयों पर ले जाइए।
Bindu Soni
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