इंडियन कंपनी एक्ट 2013 के अनुसार, निगमन से बिजनेस तक की यात्रा
दोस्तों, आप सभी जानते हैं कि अपने बिजनेस का सपना हर किसी के दिल में होता है। लेकिन सपनों को हकीकत में बदलने का एक प्रोसेस होता है। इंडियन कंपनी एक्ट 2013 के अनुसार, जब आप एक नई कंपनी रजिस्टर कराते हैं, तो यह केवल पहला कदम होता है। असली खेल तो तब शुरू होता है जब आपकी कंपनी 'व्यावसायिक प्रारंभ' यानी 'Commencement of Business' के लिए तैयार होती है।
क्या होता है 'Commencement of Business'?
जब आपकी कंपनी रजिस्टर हो जाती है, तब भी आप तुरंत अपना बिजनेस शुरू नहीं कर सकते। आपको इसके लिए एक औपचारिक स्वीकृति और सरकारी मान्यता की जरूरत होती है। इसे ही हम कहते हैं 'Commencement of Business'। यह प्रोसेस यह सुनिश्चित करती है कि आपकी कंपनी के पास पर्याप्त पूंजी निवेश हुआ है और आप अपने बिजनेस के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए तैयार हैं।
फॉर्म 20A: बिजनेस शुरू करने का सर्टिफिकेट
तो दोस्तों, अब बात करते हैं कि यह प्रोसेस कैसे पूरी की जाती है। इसके लिए आपको Ministry of Corporate Affairs (MCA) से 'बिजनेस शुरू करने का सर्टिफिकेट' लेना होता है। इसके लिए कंपनी को फॉर्म 20A फाइल करना होता है। इस फॉर्म को एक प्रैक्टिसिंग चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए), कंपनी सचिव (सीएस) या कॉस्ट अकाउंटेंट द्वारा सत्यापित किया जाना चाहिए।
आपको यह फॉर्म अपनी कंपनी के निगमन के 180 दिनों के भीतर फाइल करना होता है। इसके साथ आपको शेयरधारकों द्वारा जमा की गई पेड-अप शेयर कैपिटल का प्रमाण और कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस की पिक्चर्स भी संलग्न करनी होती हैं।
फॉर्म 20A फाइल न करने पर पेनल्टी
अब आप सोच रहे होंगे कि अगर आपने यह फॉर्म फाइल नहीं किया तो क्या होगा? दोस्तों, इसके लिए पेनल्टी बहुत कड़ी है। अगर कंपनी यह फॉर्म फाइल नहीं करती है, तो कंपनी पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा, दोषी पाए गए प्रत्येक अधिकारी पर प्रतिदिन 1,000 रुपये का दंड लगाया जा सकता है, जिसकी अधिकतम सीमा 1,00,000 रुपये तक हो सकती है।
लेट फीस का डर
अगर आप फॉर्म 20A को समय पर फाइल नहीं करते, तो लेट फीस भी देनी पड़ती है। 30 दिनों की देरी पर सामान्य शुल्क का दोगुना, 60 दिनों तक चार गुना, 90 दिनों तक छह गुना, 180 दिनों तक दस गुना और 180 दिनों के बाद बारह गुना शुल्क देना पड़ता है। अगर 365 दिनों तक ये फॉर्म नहीं जमा किया गया तो कंपनी का रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जा सकता है। एक लाख तक की ऑथॉराइज्ड शेयर कैपिटल वाली कंपनियों के लिए सामान्य शुल्क 200 रुपये होता है।
'Commencement of Business' की अहमियत
तो दोस्तों, 'Commencement of Business' सिर्फ एक कानूनी औपचारिकता नहीं है, यह एक महत्वपूर्ण बिजनेस स्ट्रेटेजी का हिस्सा भी है। यह प्रोसेस सुनिश्चित करती है कि आपकी कंपनी बाजार में एक मजबूत और विश्वसनीय खिलाड़ी के रूप में स्थापित हो। यह सरकार को कंपनी की वित्तीय तत्परता का संकेत देती है और यह भी सुनिश्चित करती है कि कंपनी विधिवत रूप से संचालित हो रही है।
निष्कर्ष
अतः, यह किसी भी नई कंपनी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है कि वह इस प्रक्रिया को सही ढंग से और समय पर पूरा करे। 'Commencement of Business' का प्रोसेस एक कदम आगे बढ़कर आपके सपनों को हकीकत में बदलने का रास्ता खोलता है। तो, दोस्तों, अगर आप भी अपने बिजनेस का सपना देख रहे हैं, तो इसे हकीकत में बदलने के लिए तैयार हो जाइए और 'Commencement of Business' की प्रक्रिया को पूरा कीजिए।
याद रखें, हर महान यात्रा की शुरुआत एक सपने से होती है, और आपका सपना भी जल्द ही एक सफल बिजनेस में बदल सकता है। बस, सही प्रोसेस को फॉलो करें और अपने सपनों को पंख दें।
Bindu Soni
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