कहते हैं नाम में क्या रखा है? पर भाई, नाम में ही सब कुछ रखा है। नाम से ही तो पहचान बनती है। अब व्यापार की दुनिया में नाम तो बेसिक है, लेकिन असली मजा तो टैगलाइन और स्लोगन में है। ये दोनों चीजें ऐसी हैं जो ब्रांड की पहचान को न सिर्फ पुख्ता करती हैं, बल्कि उसे एक अलग ही पहचान दिलाती हैं।
आइए समझते हैं कि आखिर क्यों होती हैं टैगलाइन और स्लोगन इतनी अहम। देखिए, जब आप एक ब्रांड का नाम लेते हैं, तो वह तो बस नाम ही है, पर जब आप उसकी टैगलाइन सुनते हैं तो वो आपके दिमाग में एक छवि बनाती है। जैसे नाइकी कहो तो साथ में 'Just Do It' याद आ जाता है, जो उसके प्रेरणादायक और एक्शन से भरे ब्रांड पर्सनैलिटी को दर्शाता है। वहीं, मैकडॉनल्ड्स की 'I'm Lovin' it' सुनते ही मन में बर्गर का ख्याल आ जाता है, और मुंह में पानी भी।
टैगलाइन और स्लोगन का मकसद ब्रांड के मूल्यों और संदेश को जल्दी और असरदार तरीके से पहुंचाना है। ये दोनों आपके ब्रांड के साथ ग्राहकों का जुड़ाव बढ़ाते हैं, उन्हें ब्रांड से एक विशेष रिश्ता बनाने का मौका देते हैं।
अब बात करें टैगलाइन और स्लोगन के बीच के अंतर की। टैगलाइन तो ब्रांड की आत्मा को छू जाती है, ब्रांड के विचारों और भावनाओं को बयान करती है। यह लंबे समय तक ब्रांड के साथ जुड़ी रहती है। वहीं, स्लोगन अक्सर बदल सकता है, किसी खास मुहिम या प्रोडक्ट के लिए बनाया जाता है।
अब अगर बात करें भाषा की, तो टैगलाइन और स्लोगन में भाषा का चुनाव बड़ा ही महत्वपूर्ण है। भाषा वही होनी चाहिए जो आपके टार्गेट ऑडियंस समझते हों और जिसमें वे बातचीत करते हों। सही भाषा का चुनाव आपके संदेश को न केवल और अधिक प्रभावशाली बनाता है, बल्कि इसे याद रखने में भी आसान बनाता है।
और आखिर में, विज्ञापन! जी हां, टैगलाइन और स्लोगन विज्ञापन को न केवल मेमोरेबल बनाते हैं, बल्कि इसके प्रभाव को भी बढ़ाते हैं। वे ब्रांड की पहचान और उसकी मूल भावनाओं को स्पष्ट और आकर्षक तरीके से पेश करते हैं, जिससे ब्रांड का संदेश साफ और दमदार बन जाता है।
तो दोस्तों, जब भी आप अपने व्यापार के लिए नामकरण करें, टैगलाइन और स्लोगन पर खास ध्यान दें। ये वो 'मसाला' हैं जो आपके ब्रांड की 'चटनी' को चटपटा बना देते हैं और ग्राहकों को आपके साथ जुड़ने का एक मजबूत कारण देते हैं। याद रखिए, अच्छी टैगलाइन और स्लोगन वो जादू हैं जो आपके ब्रांड को भीड़ में खास बना सकते हैं!
अब जब आपके पास अच्छी टैगलाइन और स्लोगन की अहमियत समझ में आ गई है, तो चलिए आपको कुछ और गहराई में ले चलते हैं कि आखिर आप इसे किस तरह से और भी दमदार बना सकते हैं।
कैसे बनाएं दमदार टैगलाइन और स्लोगन?
सबसे पहले तो, आपको अपने ब्रांड के कोर वैल्यूज़ को अच्छी तरह समझना होगा। ये वैल्यूज़ ही वो बुनियादी चीज़ हैं जिन पर आपका ब्रांड खड़ा है। जैसे कि अगर आपका ब्रांड सस्टेनेबिलिटी पर फोकस करता है, तो आपकी टैगलाइन में यह बात झलकनी चाहिए कि आप पर्यावरण के प्रति कितने सजग हैं।
इसके बाद, आपकी टैगलाइन को छोटा और सुचारू होना चाहिए। लंबी-लंबी टैगलाइन अक्सर लोग भूल जाते हैं या फिर उन्हें समझने में उनकी दिलचस्पी खत्म हो जाती है। छोटी और सटीक टैगलाइन वो होती है जो एक बार में ही दिमाग में बैठ जाए।
फिर आता है अपने टार्गेट ऑडियंस को समझना। अपनी टैगलाइन और स्लोगन को उनकी भाषा में बनाइए। अगर आप युवाओं को टार्गेट कर रहे हैं, तो आपकी टैगलाइन में उनके इस्तेमाल की जाने वाली स्लैंग और ज़बान होनी चाहिए। इससे वे आपसे ज्यादा रिलेट कर पाएंगे।
उदाहरण से समझिए
मान लीजिए आप एक खाद्य पदार्थ का ब्रांड चलाते हैं जो पूरी तरह से ऑर्गेनिक है। अब इसके लिए आपकी टैगलाइन हो सकती है, "प्रकृति से प्रेरित, आपके लिए बनाई।" यह टैगलाइन न केवल आपके ऑर्गेनिक होने की बात को बताती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि आपके उत्पाद ग्राहक की सेहत और खुशियों के लिए बनाए गए हैं।
यही नहीं, आपकी टैगलाइन और स्लोगन आपके विज्ञापन अभियानों में भी जान फूंक देते हैं। जब आप अपने उत्पाद को मार्केट में लाते हैं, तो ये टैगलाइन और स्लोगन उसे बाकी सभी से अलग पहचान दिलाने में मदद करते हैं।
अंत में, याद रखिए कि टैगलाइन और स्लोगन का उद्देश्य यह होता है कि आपका ब्रांड लोगों की ज़िंदगी में एक मार्क छोड़े, उन्हें आपसे जुड़ने का कारण दे। इसलिए इसे बनाते समय दिल और दिमाग दोनों से काम लीजिए। तो चलिए, आपके ब्रांड को उसकी अगली शानदार टैगलाइन और स्लोगन मिलने की राह में कोई देरी न हो। बढ़िया चुनें, सोच-समझकर बनाएं, और फिर देखिए कैसे आपका ब्रांड चमक उठता है!
Bindu Soni
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