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जिसकी चर्चा नहीं, उसका बाजार नहीं: कस्टमर फनल का पहला पड़ाव - जागरूकता स्टेज

जिसकी चर्चा नहीं, उसका बाजार नहीं: कस्टमर फनल का पहला पड़ाव - जागरूकता स्टेज

भाई साहब, अब सोचिए, अगर आपके ब्रांड की कहीं कोई चर्चा ही नहीं हो रही है, तो आपका बाजार भला कैसे चलेगा? कस्टमर फनल का पहला पड़ाव यही है—Awareness Stage, यानि जागरूकता उत्पन्न करना। अगर लोगों को आपके ब्रांड के बारे में पता ही नहीं होगा, तो फिर कौन खरीदेगा? इस स्टेज में आपका फोकस सिर्फ एक चीज़ पर होना चाहिए—ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचना और उन्हें ये बताना कि आप कौन हो और क्या बेच रहे हो।

आजकल के डिजिटल जमाने में, जागरूकता बढ़ाने के हजार तरीके हैं—सोशल मीडिया से लेकर ऑनलाइन एड्स तक, और फिर आता है कंटेंट मार्केटिंग का जादू। सोशल मीडिया पर अगर आपने सही तरह के पोस्ट्स और वीडियोज़ डाले, तो आपकी पहुंच लाखों तक हो सकती है। और भाई, online advertising का तो कहना ही क्या! आपके प्रोडक्ट्स सीधा उन लोगों तक पहुंच सकते हैं, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।

लेकिन जागरूकता का मतलब सिर्फ "Hi, I am here" बोलकर काम खत्म करना नहीं होता। यहां आपको अपनी branding story भी बतानी होती है। यानि आप कौन हो, क्यों हो, और आपके प्रोडक्ट्स लोगों की जिंदगी में कैसे फिट होते हैं। आप ऐसा कंटेंट बनाओ जो लोगों को अट्रैक्ट करे और वो आपके ब्रांड के बारे में और जानने के लिए उत्सुक हो जाएं। जब आप अपने लक्षित दर्शकों की जरूरतों और इच्छाओं को समझकर कंटेंट बनाते हो, तो वो आपको और भी पसंद करने लगते हैं।

 

क्या-क्या कर सकते हो इस स्टेज में?

अब सवाल उठता है, "क्या करें?" चलिए, आपको सीधी-सीधी बात बताता हूं—ये सब करने के लिए सबसे पहले आपको चाहिए कुछ ठोस content ideas.

  1. Content:
    इस स्टेज में आप छोटे-छोटे social media tips, DIY videos या कुछ उपयोगी जानकारियाँ शेयर कर सकते हो। इससे लोग आपके ब्रांड की तरफ अट्रैक्ट होंगे। और हाँ, blogs में थोड़ा डीटेल में जाने का भी मौका है। जैसे आपके प्रोडक्ट्स के फायदे, उसे कैसे यूज करें, और कुछ ऐसे कहानियां जो आपके ग्राहकों के अच्छे अनुभव को हाईलाइट करें।
    अगर आपके पास डेटा है, तो उसे infographics के जरिए पेश करिए। बड़े-बड़े आंकड़े अगर आसान और कलरफुल तरीके से दिखेंगे, तो यकीन मानिए लोग उन्हें ध्यान से देखेंगे। और अगर आप ऑफलाइन भी कुछ करना चाहते हो, तो pamphlets, hoardings और banners का सहारा लीजिए। अपने प्रोडक्ट की एकदम धमाकेदार तस्वीर डालिए और नीचे एक धमाकेदार ऑफर!

  2. Platforms:
    अब ये कंटेंट डालेंगे कहां? भाई, जहां सबसे ज्यादा भीड़ है। Instagram, Facebook, LinkedIn ये सब वो जगहें हैं जहां आपको सबसे ज्यादा लोगों का ध्यान मिलेगा। और अगर आप थोड़े से पर्सनल टच में जाना चाहते हैं, तो Email Marketing का सहारा लें। लोगों को personalized emails भेजें, जिससे उन्हें लगे कि आप सिर्फ उनके लिए ही ये खास जानकारी भेज रहे हो।
    और भाई, WhatsApp भी अब बिज़नेस के लिए जबरदस्त प्लेटफॉर्म बन चुका है। लोग पूरे दिन इसपर लगे रहते हैं, तो आपका एड या मैसेज कब उनका ध्यान खींच लेगा, पता भी नहीं चलेगा। इसके साथ ही YouTube का तो क्या ही कहना—वीडियोज़ का किंग!
    अगर आप लोकल लेवल पर काम कर रहे हो, तो community events में भाग लीजिए, या फिर अपने लोकल इलाके में बड़े-बड़े hoardings लगाइए। ऐसा करने से आपके आसपास के लोगों में भी आपके ब्रांड की चर्चा होगी।

 

सही प्रोडक्ट्स या सर्विसेज़ से बनाएं कनेक्शन

अब बात आती है कि कस्टमर्स को आखिरकार क्या चाहिए? भाई, सीधी सी बात है, उन्हें ऐसा कुछ चाहिए जो उनकी आम जरूरतों को पूरी करे और उनकी जेब पर भारी भी ना पड़े। अगर आपका प्रोडक्ट ऐसा है जो सस्ता, टिकाऊ और काम का हो, तो कस्टमर्स की नज़र में आते ही वो आपकी तरफ खिंच जाएंगे।

सिर्फ प्रोडक्ट ही नहीं, services का भी ध्यान रखें। आपकी सर्विस अगर आसानी से उपलब्ध है और लोगों को तुरंत फायदा पहुंचाती है, तो फिर तो आपका काम बन गया। कस्टमर्स को ये एहसास दिलाना जरूरी है कि वो आपको चुनकर सही फैसला कर रहे हैं।

ऐसे प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़, जो उनकी जिंदगी को बेहतर बनाएं, आपके बिज़नेस की ख्याति को चार चांद लगा देंगे। और जब लोग आपसे खुश होंगे, तो वो दूसरों को भी आपके बारे में बताएंगे, जिससे आपकी word of mouth marketing भी मजबूत होगी।

 

Tools: आपकी तरक्की के साथी

अब आखिरी लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात—कौन से tools इस्तेमाल करने चाहिए? ये डिजिटल दौर है, तो कुछ ज़बरदस्त टूल्स आपके लिए गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं।

  • Social Media Management के लिए 'Hootsuite' और 'Buffer' का इस्तेमाल करें। ये आपको सोशल मीडिया पोस्ट्स को शेड्यूल और मैनेज करने में मदद करेंगे।

  • Email Marketing के लिए 'Mailchimp' और 'Constant Contact' हैं, जो आपके ईमेल कैंपेन को ऑटोमेट और पर्सनलाइज़ करने में मदद करेंगे।

  • Website Insights के लिए 'Google Analytics' और 'Hotjar' हैं, जो आपको ये बताएंगे कि आपके विजिटर्स आपकी वेबसाइट पर क्या कर रहे हैं।

  • Paid Ads चलाने के लिए 'Google Ads' और 'Facebook Ads Manager' भी जरूरी हैं। और हाँ, WhatsApp Business भी अब एक पावरफुल टूल है, जिससे आप सही लोगों तक आसानी से पहुंच सकते हैं।

 

अंत में

Awareness Stage किसी भी बिज़नेस का पहला कदम है। अगर आपने इस स्टेज पर मेहनत कर ली और लोगों को आपके ब्रांड के बारे में सही से बता दिया, तो समझिए आधा काम हो गया। इस स्टेज में आपका सिर्फ एक ही मकसद होना चाहिए—लोगों के मन में आपके प्रोडक्ट्स या सर्विसेज़ के लिए उत्सुकता पैदा करना। और हां, हमेशा नई-नई चीज़ों की कोशिश करते रहें, क्योंकि मार्केटिंग की दुनिया में जो सबसे ज्यादा innovative होता है, वही सबसे आगे बढ़ता है।

याद रखिए, जिसकी चर्चा नहीं, उसका बाजार नहीं!

14 Oct

Bindu Soni
Bindu Soni

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